Saturday, August 4, 2007

kaisa Yeh Pyar Hai


===कैसा यह प्यार है===



फरेब थी हासी ---मैं आशिकी समझ बैठा ,

मौतको ही अपनी ज़िंदगी समझ बैठा ,

वक्त का मजाक था यह -----बदनसीबी मेरी ,

उसकी दो बातों को मैं चाहत समझ बैठा !!!!


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